India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ताना कसते हुए कुछ मुद्दों पर सवाल खड़ा किया है जिसमे उनका कहना है की मोदी जी के भाषण में वे ऐसे शब्दों का बार बार प्रयोग करना उचित समझते है जिनके बिना भी कोई भाषण दे सकता है। हिंदी में 1.5 लाख शब्द है लेकिन मोदी जी को केवल मंदिर, मस्जिद और मंगलसूत्र जैसे शब्द ही याद रहते है। यहां तक की इस मुद्दे पर लालू प्रसाद यादव ने देशवासियों के नाम संदेश भी लिखा है। लोकसभा चुनाव में आए दिन पक्ष और विपक्ष दलों के मध्य शब्दों से वार करने की तेज़ी बढ़ती जा रही है। कभी मोदी जी विपक्षी दलों पर कुछ टिप्पणी करते है कभी अन्य दलों के नेता बाकी दलों के नेताओं पर पलट वार करते है। यह तानेबाज़ी का सिलसिला चलता ही जा रहा है। इसी सिलसिले को कायम रखते हुए आरजेडी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मोदी जी को शिकंजे में कस लिया। उनका कहना है की मोदी जी के पास सही और उचित शब्दों की तंगी हो गई है, क्योंकि मोदी जी हमेशा हिंदू, मुस्लिम या मंदिर मस्जिद जैसे शब्दों का ही प्रयोग अपने भाषण में करते है। लालू ने यह बात मीडिया के सामने रखते हुए कहा है। उनके अनुसार मोदी जी को बोलने से पहले सही शब्दों का उच्चारण करने के बारे में विचार करना चाहिए।
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लालू ने अपनी बात को रखते हुए देशवासियों को भी संबोधित किया। उनका वार बस एक इसी मुद्दे पर आकर थम गया की मोदी जी के शब्द चयन में खोट है। उन्हे बस वाद विवादों से जुड़े शब्दों का इस्तमाल करना सही लगता है, जब की भाषण देने के लिए वे और भी उच्चित शब्दों का सहारा ले सकते है। लालू ने कहा की लगता है प्रधानमंत्री मोदी जी के ज़हन से कुछ ऐसे शब्द जैसे की नौकरी, विकास, गरीबी, किसान, बेरोज़गारी, शिक्षा इत्यादि निकल गए है, उन्हे याद दिलाना अत्यंत आवश्यक हो गया है की प्रधानमंत्री होने के नाते उन्हें केवल ऐसे शब्दों का ही चयन आपने भाषण में करना चाहिए।
By- Anjali singh
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