India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: सुशील कुमार मोदी के निधन से हर तरफ दुख का माहौल है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार कृष्ण कुमार मोदी के जाने पर अपनी भावनाओं को संभाल नहीं पा रहे है। उनके जाने का दुःख उनके लिए सहन करना काफी मुश्किल हो रहा है। अश्विनी जी का कहना है कि अपने गरीबी मित्र को खोया है पर अपना भाई भी खाया है मेरे पास शब्द नहीं है खाने को कि मैं अपना दुख कैसे प्रकट करूं, मन में बहुत सी बातें चल रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं अगर उन्हें कभी डांट भी देता था तो वह कभी बुरा नहीं मानते थे, उनका जाना मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर आया है, मैंने अपनी पूरे जीवन में कभी यह नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा दिन देखना पड़ेगा।
सुशील कुमार मोदी के बारे में आगे अश्विनी छोड़ने कहा कि उनसे ज्यादा नम्रता है मैं आज तक किसी के अंदर नहीं देखा। सुशील का व्यवहार काफी मिलनसार था। किसी भी मुद्दे को वह हमेशा ध्यानपूर्वक बैठकर सोचता, समझता और सुलझाता था। आगे अश्विनी जब मैंने कहा कि मैं आज तक सुशील को किसी पर चिल्लाते हुए नहीं देखा। वह किसी से बड़े प्यार से पेश आते थे। उनका मन बहुत शांत था।
अश्विनी चौधरी ने आगे खुशियां कुमार मोदी के बारे में कहां थी उनका दिमाग कंप्यूटर की तरह तेज चलता था उनकी याददाश्त काफी अच्छी थी उन्हें हर याद रहती थी। बाहर काम में श्रेष्ठ थे। सुशील को पुस्तक पढ़ने का काफी शौक था। एक श्रेष्ठ नेता के साथ सुशील एक स्वाभिमान में इंसान भी थे जिन्होंने हमेशा सही का साथ दिया और सही किया है। अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, सुशील के साथ 55 सालों का साथ में अंत तक याद रखूंगा।
By- Anjali Singh
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