India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: बिहार के NEET पेपर के लीक होने के मामले पर एक बड़ी खुला से उनकी उम्मीद दिख रही है। जब से यह कमर सामने आई है तब से पुलिस इस मामले के पीछे लगी हुई है और इस बार जांच पड़ताल के दौरान एक बड़ी जानकारी हाथ लगी है जिसमें नाम आया है पावापुरी के महावीर मेडिकल कॉलेज का। महावीर मेडिकल कॉलेज की जांच की जाएगी। जिला थाना से पुलिस की एक दिन कॉलेज में जांच के लिए पहुंच चुकी है। पुलिस ने कॉलेज की जोरो शोरो से जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया में लगभग 8 फरवरी विद्यार्थी परीक्षा के दौरान पकड़े गए थे।
पुलिस की टीम महावीर मेडिकल कॉलेज में हर स्तर पर जांच कर रही है जिन फर्जी विद्यार्थियों को परीक्षा के बीच से उठाया गया था उन्हीं के द्वारा इस बात पर रोशनी आई है। पुलिस की पूछताछ करने के बाद आरोपियों से मिले कुछ कड़ियों को जोड़कर पुलिस तक जांच के लिए पहुंची है। पुलिस का कहना है कि जल्दी भी हर एक नेटवर्क को अच्छी तरह से खंडन कर मामला हल करेंगे। जितने भी फर्जी विद्यार्थी पकड़े गए हैं वे सारे महावीर मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी है। पुलिस ने जब कड़ी पूछताछ की तो सारे विद्यार्थियों ने उज्जवल कुमार का नाम लिया। उज्जवल कुमार ने इन सभी को परीक्षा देने के लिए तैयार करवाया था जिसके लिए सभी फर्जी विद्यार्थियों को 10 लाख रुपए देने का वादा किया गया था। विद्यार्थियों ने बताया कि उज्जवल कुमार भी एक मेडिकल स्टूडेंट है और महावीर मेडिकल कॉलेज का ही छात्र है। पर दूसरे विद्यार्थी से बातचीत करने के दौरान उसने उज्जवल कुमार को किसी और कॉलेज का छात्र बताया है सभी फर्जी विद्यार्थियों से कड़ी पूछताछ करने के दौरान पुलिस काफी ज्यादा उलझी हुई है। पुलिस अभी तक जांच पड़ताल में लगी हुई है पर उज्जवल कुमार किस कॉलेज का छात्र है इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है। महावीर मेडिकल कॉलेज को पुलिस चप्पे–चप्पे से जांच कर रही है।
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