India News ( इंडिया न्यूज़), Bihar: मुजफ्फरपुर के कोर्ट में न्याय मिलने में देरी के साथ मुजरिमों पर मुकदमा भी अधूरा रहने लगा है। जिले के कोर्ट में गवाहों की अनुपस्थिति के कारण कई समय से बड़ी संख्या में केस पेंडिंग पड़े है। अभी की बात करे तो मुजफ्फरपुर के अदालत में लगभग 38,000 मामले पेंडिंग हैं। पुलिस या तो गवाहों की पेशी नहीं कर पा रही या तो सबूत नहीं ला पा रही, जिस वजह से सुनवाई भी फाइलों में बंद पड़ी है। गवाहों की समय से कोर्ट में उपस्थिति न करने के कारण न्याय की प्रक्रिया में काफी देरी हो रही है। इन कारणों से लगभग 80% मामलों पर धूल पड़ने लगी है। देखा जाए तो कोर्ट की प्रक्रिया में भी सुधार की ज़रूरत है, जिससे गवाहों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा सके और मामलों का तेजी से निपटारा हो सके।
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जानकारी के मुताबिक सबूतों और गवाहों की पेशी का जिम्मा DM और थानेदार की होती है, पुलिस की पूरी प्रशासन में भी काफी ढील देखी जा रही है। ऐसे में हालातों को सुधारने के लिए कोर्ट और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा। इतना ही नहीं इसके साथ ही, मामलों की तेजी सुनवाई के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे ताकि कोर्ट की प्रक्रिया सही से चल सके। जानकारी के मुताबिक इन मुद्दों पर मुजफ्फरपुर के कोर्ट ने समाधान के लिए खास कदम उठाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत गवाहों की उपस्थिति जल्द ही तय की जाएगी और साथ ही योजनाओं पर भी ध्यान दिया जाएगा। इस मुद्दे का हल निकलने के लिए कोर्ट, प्रशासन, और समाज को मिलकर कोशिश करनी होगी ताकि न्याय की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके और लोगों को समय पर न्याय मिल सके।
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