India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Bihar Education Department: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) डॉ. एस सिद्धार्थ ने अपने अनोखे और निरीक्षण से सबको चौंका दिया। गुरुवार को वह ट्रेन के स्लीपर क्लास में यात्रा करते हुए यात्रियों से बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर फीडबैक लेते नजर आए। भोजपुर के बिहिया स्टेशन पर उतरते ही, बिना किसी सुरक्षा दल और एस्कॉर्ट के, वह पैदल ही कन्या विद्यालय पहुंच गए और स्कूल की व्यवस्था का निरीक्षण किया।
एस सिद्धार्थ की इस अनूठी पहल का मुख्य उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था की वास्तविक स्थिति को समझना और सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाना था। बिहिया में पहुंचने के बाद, उन्होंने कई स्कूलों का दौरा किया और छात्रों के साथ अनजान बनकर बातचीत की। उन्होंने छात्रों की कॉपियों की जांच की, शिक्षकों द्वारा पढ़ाए जा रहे पाठ्यक्रम की जानकारी ली, और स्कूल में उपलब्ध संसाधनों, लैब, और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्हें कई खामियां नजर आईं, जिनके आधार पर उन्होंने बड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
एस सिद्धार्थ ने अपने निरीक्षण के दौरान ट्रेन में आम यात्री की तरह सफर किया, जिससे उन्हें शिक्षा व्यवस्था की वास्तविक समस्याओं को करीब से समझने का अवसर मिला। इस यात्रा के दौरान उन्हें कई ऐसे शिक्षक भी मिले जो स्कूल के समय में ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। यह सुबह साढ़े 11 बजे की बात थी, जब शिक्षकों को स्कूल में होना चाहिए था, लेकिन वे ट्रेन में थे।
शिक्षा विभाग के एसीएस एस सिद्धार्थ केके पाठक से एक कदम आगेनिकल गए , ट्रेन के पहुंच गए बिहिया स्कूल का निरक्षण करने. बिना दल, बल और किसी एस्कॉर्ट के एसीएस पैदल ही स्कूल निरीक्षण के लिए निकले थे। इस दौरान स्कूल की छात्राओं से भी इन्होंने अनजान बनकर पूछताछ की। #WATCH #BiharNews pic.twitter.com/3kyyqfeKZJ
— विशाल हैं® (@vishalreporting) July 4, 2024
एस सिद्धार्थ की इस पहल से शिक्षा विभाग में एक नई जागरूकता और सक्रियता देखने को मिल रही है। बिना किसी पूर्व सूचना के स्कूलों का औचक निरीक्षण करके उन्होंने यह संदेश दिया है कि शिक्षा व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए तत्परता और पारदर्शिता आवश्यक है।