India News (इंडिया न्यूज़), Bihar Pond: बिहार सरकार ने पुराने तालाबों के पुनरुद्धार और सौंदर्यीकरण की पहल शुरू की है। इस योजना के तहत प्रत्येक तालाब पर 25 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे ताकि उनका स्वरूप बदला जा सके। पहले चरण में 29 तालाबों का चयन किया गया है, जिनमें सदर प्रखंड के अलावा थावे, मांझा, और उचकागांव प्रखंड के तालाब शामिल हैं।
तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए संबंधित अंचल पदाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। अतिक्रमण को हटाने के बाद, तालाबों के किनारों को पौधों से सजाया जाएगा और उन्हें पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए तालाब के किनारों पर सीमेंटेड सीटिंग बेंच बनाई जाएंगी ताकि लोग वहां बैठकर आराम कर सकें और हरियाली का आनंद ले सकें। साथ ही, तालाब में सालभर पानी बनाए रखने के लिए बोरिंग और मोटर की व्यवस्था की जाएगी।
मनरेगा के तहत एक एकड़ तक के क्षेत्रफल में फैले तालाबों को उनके पुराने स्वरूप में लाने का प्रयास किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने के बाद तालाबों के किनारों पर पौधारोपण किया जाएगा ताकि वे हरे-भरे और आकर्षक दिखें। इन तालाबों को पार्क के रूप में विकसित करने के लिए सीमेंटेड बेंच बनाई जाएंगी, जिससे लोग वहां बैठकर सुकून पा सकें।
इस पहल का उद्देश्य न केवल तालाबों का सौंदर्यीकरण करना है, बल्कि उनके जल संरक्षण की भी व्यवस्था करना है। पुराने तालाब जो अतिक्रमण के शिकार हो चुके हैं, उन्हें दोबारा जीवन देने का प्रयास किया जा रहा है। इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए एक सुंदर और सुकून देने वाला स्थल भी विकसित होगा।