India News Bihar (इंडिया न्यूज), NEET Paper Leak: नीट यूजी परीक्षा के नतीजे 4 जून को घोषित होने के बाद से ही अभ्यर्थियों में हड़कंप मचा हुआ है। नतीजे देखने के बाद छात्रों को परीक्षा में धांधली का शक हुआ क्योंकि सूची में 67 टॉपर और एक ही केंद्र से 8 टॉपर शामिल थे। इसके बाद छात्रों ने सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक एनटीए के खिलाफ जांच की मांग उठाई। नीट पेपर लीक मामले में कार्रवाई जारी है।
सीबीआई ने पेपर चुराने वालों से लेकर उसे सॉल्व करने वाले एम्स के मेडिकल छात्रों तक सभी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस पूरे कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
उससे जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और उसके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गई, लेकिन संजीव मुखिया के बारे में सीबीआई को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है। दरअसल, बिहार में पेपर लीक को साबित करने के लिए सीबीआई ने अहम कड़ियां जोड़ीं।
कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनसे मिली जानकारी से सीबीआई हजारीबाग के स्कूल के प्रिंसिपल तक पहुंची। पंकज पर हजारीबाग में ट्रक से पेपर चुराकर आगे बांटने का आरोप है। रवि ने पेपर को आगे बांटने में मदद की थी। कड़ियों को जोड़ते हुए सीबीआई टीम की जांच पटना एम्स तक पहुंची। यहां से गुरुवार को चार मेडिकल छात्रों को गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई ने द्वितीय वर्ष के मेडिकल छात्र करण जैन, तृतीय वर्ष के छात्र कुमार शानू, राहुल आनंद और चंदन सिंह को गिरफ्तार किया। सभी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने सभी आरोपियों को 4 दिनों की रिमांड पर दिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पंकज नाम के एक आरोपी ने उन्हें हजारीबाग से चोरी किए गए नीट के सभी पेपर दिए थे, जिसे उन्होंने सॉल्व किया था।
पंकज और उसके गिरोह ने सॉल्व पेपर अपने क्लाइंट को दिया था जो परीक्षा में शामिल हो रहा था। फिलहाल 19 से ज्यादा आरोपी सीबीआई की हिरासत में हैं। सीबीआई इन आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है, जिससे कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। संजीव नालंदा गार्डेन कॉलेज में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है।