India News Bihar (इंडिया न्यूज), Teacher Transfer News: शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में गठित एक समिति इस नीति को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। इस समिति ने 20 जुलाई को अपनी बैठक में शिक्षकों के सुविधाजनक स्थानांतरण और पति-पत्नी शिक्षकों को एक ही विद्यालय में रखने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
राज्य में करीब 3.5 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की योजना है। राज्यकर्मी बनने के बाद इन शिक्षकों का तबादला दूसरे जिलों में भी संभव हो सकेगा। वर्तमान में ठोस स्थानांतरण नीति की कमी के कारण शिक्षकों को स्थानांतरण में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार ने नई नीति बनाने का निर्णय लिया है।
नई नीति के तहत, पति-पत्नी दोनों शिक्षकों को एक ही विद्यालय में नियुक्ति देने की सुविधा पर भी विचार किया जा रहा है। इससे दोनों पति-पत्नी शिक्षकों को एक ही स्थान पर काम करने का मौका मिलेगा, जिससे उनका पारिवारिक जीवन संतुलित रहेगा और वे अपने पेशेवर जिम्मेदारियों को भी बेहतर तरीके से निभा पाएंगे।
शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में बनी उच्च स्तरीय समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। यह समिति शिक्षकों के सुविधाजनक तबादले और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार कर रही है। सरकार इस समिति की रिपोर्ट पर विचार करेगी और कैबिनेट से मंजूरी प्राप्त करेगी। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद ही नई नीति लागू होगी।
इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को उनके कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाएं और संतुलित जीवन प्रदान करना है। इससे न केवल शिक्षकों की कार्यक्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि शिक्षा प्रणाली में भी सुधार आएगा।
शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव ने बताया कि यह समिति केवल सुझाव दे सकती है और अंतिम निर्णय सरकार को ही लेना है। कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद ही शिक्षकों के स्थानांतरण और पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। इस नई नीति के लागू होने से राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन की उम्मीद है।