India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कई वर्षों से हो रही है, और एक बार फिर इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार (21 जुलाई) को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक यह दर्जा नहीं मिलता, तब तक राज्य को अतिरिक्त फंड दिया जाए।
22 जुलाई से बजट सत्र शुरू हो रहा है, और इसके एक दिन पहले राजीव रंजन ने फिर से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार 2005 से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। विशेष राज्य का दर्जा मिलने से राज्य को केंद्र सरकार से विकास कार्यों के लिए अधिक धनराशि मिलती है, जिससे राज्य का विकास तेजी से हो सकता है।
राजीव रंजन ने बताया कि तीन साल पहले केंद्र सरकार ने बिहार को एक लाख 25 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड दिया था। उन्होंने आग्रह किया कि जब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलता, तब तक इस तरह का अतिरिक्त फंड दिया जाना चाहिए ताकि राज्य का विकास बाधित न हो।
बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी रविवार को कहा कि संसद के बजट सत्र में बिहार के एनडीए नेताओं को बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाया जाना चाहिए, महंगाई कम होनी चाहिए, टैक्स कम होने चाहिए, गैस सिलेंडर के दाम कम होने चाहिए, और सार्वजनिक क्षेत्र में कुछ निवेश होना चाहिए। इन सभी उपायों से ही बिहार समृद्ध हो सकेगा।
इस प्रकार, बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो राज्य के विकास के लिए आवश्यक है। इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकारों को गंभीरता से विचार करना चाहिए और उचित कदम उठाने चाहिए ताकि बिहार का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।