India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Bihar Education: अब सरकारी विद्यालयों के संचालन में एक नई दिशा मिल रही है, क्योंकि शिक्षा विभाग ने “शिक्षक मार्गदर्शिका” जारी की है। अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी सरकारी स्कूलों में इस मार्गदर्शिका को लागू करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रबंधन को सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।
मार्गदर्शिका में शिक्षकों के कार्यों और जिम्मेदारियों को पांच प्रमुख श्रेणियों में बांटा गया है: छात्र स्वरूप, विद्यालय प्रबंधन, कक्षा प्रबंधन, छात्र प्रबंधन, और अभिभावक प्रबंधन। इन श्रेणियों के अंतर्गत विद्यालयों में कार्य करने की विधि को स्पष्ट किया गया है। उदाहरण के लिए, अब से सभी छात्रों को अपने बैग में किताबें, नोटबुक, पेंसिल, बॉक्स और पानी की बोतल रखना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, शिक्षकों को कक्षा शुरू होने से दस मिनट पहले स्कूल पहुंचने का निर्देश दिया गया है।
मार्गदर्शिका में यह भी कहा गया है कि किसी भी परिस्थिति में छात्रों को शारीरिक दंड नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चे के व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शिक्षकों को चाहिए कि वे पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों और उनके अभिभावकों को भी समझाएं और स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। कक्षा में ब्लैक बोर्ड, कंप्यूटर और स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा।
इस दिशा-निर्देश के तहत, प्रत्येक प्रखंड में हर माह सर्वोत्कृष्ट शिक्षक और प्रतिभाशाली छात्र का चयन किया जाएगा, जिन्हें सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सभी शिक्षकों के लिए अनिवार्य होगा, ताकि कोई भी शिक्षक अप्रशिक्षित न रहे। विद्यार्थियों की डायरी नियमित रूप से देखी जाएगी और यदि कोई छात्र लगातार तीन दिन तक स्कूल नहीं आता, तो उसके अभिभावक से संपर्क किया जाएगा।