India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Bihar Musical Gharana: बिहार के डिप्टी सीएम और संस्कृति मंत्री विजय सिन्हा ने राज्य की पारंपरिक कला और संस्कृति के संरक्षण और पुनर्जीवित करने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
बुधवार को आयोजित समीक्षा बैठक में, मंत्री ने राज्य के संगीत घरानों को पुनर्जीवित करने और कलाकारों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए एक पोर्टल बनाने की योजना पर जोर दिया। इसके अलावा, गुरु-शिष्य परंपरा को लागू करने के लिए तेजी से काम करने की भी बात की गई।
मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने निर्देश दिया कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आवंटन में पारदर्शिता बनाए रखी जाए और कलाकारों की सूची बनाकर उन्हें वर्गीकृत किया जाए। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों के लिए न्यूनतम शुल्क पर आडियो-वीडियो स्टूडियो की व्यवस्था करने का निर्देश दिया, साथ ही प्रेक्षागृहों की संख्या बढ़ाने की भी बात की। इसके अतिरिक्त, क्षेत्रीय भाषाओं जैसे मगही, मैथिली, भोजपुरी, अंगिका, और बज्जिका में गीत रचना और प्रस्तुति को प्रोत्साहित करने के लिए भी उन्होंने निर्देश दिए।
बैठक में कला संस्कृति विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर, संग्रहालय निदेशक राहुल कुमार, और विशेष सचिव सीमा त्रिपाठी भी मौजूद थीं। अधिकारियों ने सकारात्मक योजनाएं बनाने और कार्यान्वित करने की बात कही है।
इस बीच, नाबार्ड ने बिहार के चार जिलों—अररिया, खगड़िया, बांका, और सुपौल—में नए जिला विकास कार्यालय खोले हैं। इस उद्घाटन के साथ ही राज्य में नाबार्ड के जिला विकास कार्यालयों की संख्या 27 से बढ़कर 31 हो गई है। नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक बिनय कुमार सिन्हा ने कृषि और ग्रामीण विकास में नाबार्ड की भूमिका को रेखांकित करते हुए बताया कि इन कार्यालयों की प्रमुख जिम्मेदारियों में जिले की ऋण योजना, हितधारकों का क्षमता संवर्धन, और नवोन्मेषी परियोजनाओं का कार्यान्वयन शामिल है।