India News Bihar ( इंडिया न्यूज), Sunil Pandey: बिहार में राजनीति की हलचल तेज हो गई है, खासकर जब बाहुबली पूर्व विधायक सुनील पांडे ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया है। सुनील पांडे, जो पहले जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक रह चुके हैं, उन्होंने रविवार को अपने बेटे संदीप पांडे के साथ बीजेपी की सदस्यता थामी। यह कदम बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में हुआ।
सुनील पांडे के बीजेपी में शामिल होने को लेकर कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। यह खासकर महत्वपूर्ण है क्योंकि बिहार में आगामी विधानसभा उपचुनाव में तरारी विधानसभा सीट पर बीजेपी सुनील पांडे के बेटे संदीप पांडे को टिकट दे सकती है। इस निर्णय से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रमुख पशुपति पारस को बड़ा झटका लगा है, जो इस राजनीतिक शिफ्ट को अपने लिए एक गंभीर चुनौती मान सकते हैं।
सुनील पांडे ने बीजेपी में शामिल होने के बाद ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया और कहा कि वह हमेशा एनडीए के कार्यकर्ता रहे हैं, लेकिन अब वह बीजेपी का हिस्सा बन गए हैं। उनका लक्ष्य अगले चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाना और राज्य में सरकार बनाना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता बीजेपी की ताकत को बढ़ाना और पार्टी को मजबूत करना है।
बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। तरारी सीट से भाकपा माले के सुदामा प्रसाद अब संसद में हैं, जबकि रामगढ़ से आरजेडी के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह बक्सर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं। बेलागंज और इमामगंज सीटों पर भी उपचुनाव होंगे, जहां आरजेडी और एनडीए के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।