India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Constable Exam: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा का एक बड़ा मामला सामने आया है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी एक सरकारी अधिकारी हैं, जो गिरोह के मास्टरमाइंड के रूप में सामने आए हैं।
गोपालगंज के जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी सुरेंद्र कुमार पासवान इस पूरे खेल के मुख्य सूत्रधार हैं। उनका काम परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट के रूप में ड्यूटी करना था, लेकिन उन्होंने इसका दुरुपयोग करते हुए अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की डील की।
पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि सुरेंद्र कुमार पासवान ने अभ्यर्थियों को पेपर उपलब्ध कराने और परीक्षा केंद्रों पर पुर्जा पहुंचाने का झांसा देकर उनसे भारी रकम वसूली। आरोपियों ने कम से कम 30 अभ्यर्थियों से 50 हजार से लेकर 7 लाख रुपये तक की रकम वसूली थी। उन्होंने अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी बंधक बना लिए थे, और पेपर के बाद इन दस्तावेजों को लौटाने का वादा किया था।
सहरसा से ऐसा मामला आया सामने
पुलिस ने इन दस्तावेजों को बरामद कर लिया है और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। सहरसा में भी एक समान मामला सामने आया है, जहां एक व्यावसायिक शिक्षक और चपरासी को गिरफ्तार किया गया है। एक परीक्षार्थी के पास से प्रिंटेड चिट-पुर्जा मिला था, जो पेपर से मेल खाता था। इस मामले में जांच के बाद, संबंधित आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इस तरह के मामलों से साफ होता है कि परीक्षा व्यवस्था में भ्रष्टाचार की जड़े गहरी हैं, और इसे रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है।