India News Bihar (इंडिया न्यूज), All Party Meeting: संसद सत्र से पहले रविवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों ने अपनी-अपनी मांगें और मुद्दे उठाए। इस बैठक की अध्यक्षता रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि जेडीयू और वाईएसआरसीपी ने क्रमशः बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
जयराम रमेश ने अपनी पोस्ट में बताया कि बीजेडी नेता ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को याद दिलाया कि 2014 के विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के घोषणापत्र में ओडिशा को विशेष श्रेणी का दर्जा देने का वादा किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि टीडीपी इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप रही।
बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने भाग नहीं लिया, जबकि एनडीए से जीतन राम मांझी और जयंत चौधरी भी अनुपस्थित रहे। समाजवादी पार्टी ने कांवड़ यात्रा का मुद्दा उठाया और इसे पूरी तरह गलत बताया। इसके अलावा, एनसीपी ने कांवड़ यात्रा से जुड़े आदेश को वापस लेने की मांग की।
बैठक के दौरान विपक्ष ने मणिपुर, नीट पेपर लीक विवाद, बिहार की कानून व्यवस्था, और कांवड़ यात्रा जैसे मुद्दों को उठाया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने डिप्टी स्पीकर पद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह पद खाली नहीं रहना चाहिए। जेडीयू के अलावा एलजेपी और आरजेडी ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
वाईएसआरसीपी के सदस्यों ने राज्य की कानून व्यवस्था के मुद्दों पर चिंता जताई। इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वाईएसआरसीपी के सदस्यों को इस मुद्दे को उचित स्थान पर उठाना चाहिए और उन्हें इसके लिए समय दिया जाएगा।
सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं ने अपने-अपने राज्यों की समस्याओं और मांगों को प्रमुखता से उठाया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि संसद सत्र के दौरान इन मुद्दों पर व्यापक चर्चा होने की संभावना है। बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांगों के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सरकार को विचार करना होगा।