India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Bihar Bridge Collapse: अररिया जिले में एक और पुल धंसने की खबर आई है, जो भ्रष्टाचार और लापरवाही की नई मिसाल पेश कर रहा है। जोकीहाट प्रखंड के खता घाट पर परमान नदी पर बने पुल का एक पिलर अचानक धंस गया है। यह पुल 2016 में लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत से बना था।
ग्रामीणों का कहना है कि पुल बनने के सिर्फ एक साल बाद ही इसका एक पिलर धंस गया था, जिसके बाद से इस पर बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लग गई थी। बावजूद इसके, पुल की मरम्मत और रखरखाव की कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि पुल के निर्माण के बाद से ही इसकी हालत खराब हो गई थी, लेकिन संबंधित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को सूचित किए जाने के बावजूद कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया। इसके विपरीत, पुल की मरम्मत के नाम पर विभाग से राशि निकाली जाती रही है। इस पुल की मरम्मत की जिम्मेदारी 2028 तक राज इंजीनियर्स नामक कंपनी को सौंप दी गई है, लेकिन इसके बावजूद पुल की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। बोर्ड में भी मेंटेनेंस के लिए पैसे दिए जाने की बात अंकित है।
इससे पहले, जून में अररिया जिले में बकरा नदी पर बना एक पुल उद्घाटन से पहले ही ध्वस्त हो गया था। पुल के तीन पिलर धंस गए थे और पूरा पुल गिर पड़ा था। इस घटना के बाद सांसद प्रदीप कुमार सिंह और सिकटी विधायक विजय कुमार मंडल ने इसे संवेदक और विभागीय लापरवाही का नतीजा बताया था।
ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता आशुतोष कुमार रंजन ने पुल के गिरने की वजह नदी की वक्र प्रवृत्ति को बताया, लेकिन इस मामले में दोषी ठहराए जाने की कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस प्रकार की घटनाएं बिहार में पुलों की सुरक्षा और गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। यह लापरवाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक गंभीर चेतावनी है, जो आने वाले समय में पुलों और अन्य आधारभूत ढांचों की देखरेख पर ध्यान देने की आवश्यकता को उजागर करती है।