India News (इंडिया न्यूज़), Bihar Dog : बिहार में कुत्तों के काटने की घटनाओं को लेकर एक सरकारी रिर्पोट जारी की गई है। जिसमें जो बताया गया है उसे सुन आप हैरान हो जाएंगो। दरअसल, राज्य के आर्थिक सर्वेक्षण की तरफ से जारी किए गई रिर्पोट में बताया गया है कि वर्ष 2023-24 में बिहार में कुत्तों के काटने की संख्या में 20 गुना तक की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले एक साल में बिहार में कुल दो लाख लोगों को कुत्ते के काटने की घटना सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार में कुत्ते के काटने के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, जिसके कारण हर दिन औसतन 600 लोग कुत्ते के काटने का शिकार हो रहे हैं। इस चिंताजनक प्रवृत्ति को देखते हुए राज्य सरकार को जल्द से जल्द कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
कुत्ते के काटने से होने वाली मानव मृत्यु दर में रेबीज सबसे बड़ा खतरा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, रेबीज से होने वाली 99% मौतों में कुत्तों का योगदान होता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह समस्या गंभीर है और इसका समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।
रिपोर्ट के मुताबिक, पटना में कुत्तों के काटने के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं, इसके बाद नालंदा, गोपालगंज, वैशाली और पश्चिमी चंपारण हैं। हालांकि, इस समस्या का समाधान केवल कुछ जिलों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि पूरे राज्य को इसमें शामिल करना होगा।
इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने और जनता में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। जनता को कुत्तों के संपर्क में आते समय सावधान रहने के लिए सही जानकारी और जागरूकता दी जानी चाहिए, ताकि इस खतरनाक समस्या से निपटा जा सके।
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