India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Bihar Mid Day Meal: बिहार में मिड डे मील की गुणवत्ता को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर कई प्रयास कर रही हैं। हालांकि, इन प्रयासों के बावजूद कुछ स्कूलों में लापरवाही के कारण बच्चों को खराब खाना मिल रहा है। इसी कड़ी में मिड डे मील में गड़बड़ी के आरोप में 18 प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। राज्य के आठ जिलों में मिड डे मील की गुणवत्ता में गड़बड़ी पाई गई है और इन सभी प्रधानाध्यापकों के खिलाफ अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई होगी।
वैशाली और भागलपुर में दो एनजीओ पर भी कार्रवाई की गई है। वैशाली में एक एनजीओ से 50 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया है, जबकि भागलपुर में एक आपूर्तिकर्ता से एक दिन की राशि कटौती का आदेश दिया गया है। मिड डे मील डायरेक्टर मिथिलेश मिश्रा ने यह कार्रवाई की है।
इसके अलावा अररिया, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, जहानाबाद, सहरसा और भागलपुर के 18 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के खिलाफ अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई की गई है।
निदेशक मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि रोजाना करीब 69 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में बांटे जा रहे मिड डे मील में अगर किसी तरह की शिकायत मिली तो जवाबदेह अफसरों पर न्याययिक कार्यवाई होनी चाहिए। साथ ही, मिड डे मील के लिए जरूरी सामग्री में गड़बड़ी के पता चलने पर मिड डे निदेशालय में शिकायत दर्ज की जायेगी
इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य बच्चों को सुरक्षित भोजन प्रदान करना है। बच्चों का स्वास्थ्य और पोषण सुनिश्चित करने के लिए सरकार की यह पहल महत्वपूर्ण है। इस तरह की गड़बड़ियों को रोकने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने से ही मिड डे मील योजना की सफलता सुनिश्चित की जा सकती है। यह जरूरी है कि सभी विद्यालयों में मिड डे मील की गुणवत्ता पर सतत निगरानी रखी जाए ताकि बच्चों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मिल सके।