India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Monsoon Session: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। विधानसभा के वेल में आकर विधायकों ने बैनर-पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया और नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की। विपक्ष का मुख्य मुद्दा आरक्षण था। महागठबंधन के विधायक संविधान की नौवीं अनुसूची में 65 प्रतिशत आरक्षण को शामिल करने की मांग कर रहे थे।
नीतीश कुमार ने इस दौरान सदन में खड़े होकर कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर पूरी मेहनत की है और सर्वे भी कराए थे। वह विपक्ष के विरोध को लेकर नाराज दिखे और उन्होंने विपक्ष की एक महिला सदस्य से कहा, “कुछ जानती हो जो बोल रही हो, कहां से आई हो। महिला हो, समझती नहीं हो।” नीतीश कुमार ने अन्य विपक्षी विधायकों से भी कहा कि वे चुपचाप बैठ जाएं।
महागठबंधन के हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जेडीयू मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार ने जातीय गणना कराई और आरक्षण का दायरा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत किया। उन्होंने केंद्र सरकार से इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की अपील की थी, लेकिन पटना हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है। मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष बेवजह हंगामा कर रहा है और सिर्फ अपनी सियासत चमका रहा है।
विधानसभा के इस सत्र में आज एक महत्वपूर्ण बिल पेश किया जाना था, जो एंटी पेपर लीक बिल के रूप में जाना जाता है। हालांकि, विपक्ष के वाकआउट के कारण कल यह बिल पेश नहीं हो सका था। अब उम्मीद है कि आज इस बिल को सदन में पेश किया जाएगा। इस बिल को “बिहार लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) विधेयक 2024” के नाम से पेश किया जाएगा।