India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: बिहार में मानसून के आने की खबर के साथ कुछ इलाकों में मुसीबत भी साथ आती दिख रही है। जानकारी के मुताबिक कोसी नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। भारी बारिश क संकेत के साथ नदी में भी बहाव काफी ताज होता दिखने लगा है। नदी में तेज बहाव और उठते लहरों के दबाव से सैकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों पर मानो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनकी मेहनत, परिश्रम सबकुछ झटके में तबाह हो गई। इस महाबर्बादी की झलक खासकर, सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिलों में देखी गई है। जानकारी के अनुसार जिलों में स्थिति गंभीर बताई जा रही है। इस आपदा के कारण किसानों की रोजी-रोटी पर गहरा असर पड़ा है।
आपको बता दे की कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस वजह से भारी नुकसान किसानो को झेलना पड़ रहा है। खेतों में खड़ी धान, मक्का और सब्जियों की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। इससे किसानो के साथ समस्त परिवारों पर दुखों का बोझ बढ़ गया है। स्थानीय किसानों ने बताया कि उनकी महीनों की मेहनत पर पानी फिर गया है और अब उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। किसनो ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। दूसरी तरफ नदी के इस रौद्र रूप से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है की लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है और पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू कर दी जाएगी।
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