India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Police: 14 जून को कुदरा रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे अस्थायी टेंट में रह रहे एक दंपती के डेढ़ साल के बेटे का अज्ञात बाइक सवारों ने अपहरण कर लिया था। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी महिला समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है और बच्चे को 40 दिनों के बाद बुधवार रात बिहार के कैमूर जिले से मुक्त कराया गया है।
कुदरा थाने में अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की। सात जुलाई को एचटी द्वारा दर्ज रिपोर्ट के बाद शाहाबाद रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) नवीन चंद्र झा ने बच्चे की बरामदगी के लिए विशेष पुलिस टीम का गठन किया था।
सीसीटीवी फुटेज के बावजूद मामले में कोई प्रगति नहीं होने पर पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा ने मामले की जांच मानव तस्करी विरोधी इकाई के प्रभारी निरीक्षक संजय रजक को सौंपी।
जांच के दौरान पुलिस ने अपहरण में इस्तेमाल की गई बाइक पर ध्यान केंद्रित किया। इसके बाद बाइक के मालिक और उसके छोटे भाई को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों भाइयों ने पुलिस को अपनी 40 वर्षीय महिला नेता के बारे में बताया, जिसने बच्चे को अपने पास रखा था। महिला से पूछताछ करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया।
पुलिस ने इस मामले में एक बाइक, एक एसयूवी और पांच मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। एसपी ललित मोहन शर्मा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उनसे जुड़े अन्य पहलुओं की जांच की जा रही है। यह मामला बच्चों की सुरक्षा और पुलिस की तत्परता का उदाहरण है। पुलिस की सटीक कार्यवाही और जांच के चलते बच्चे को सुरक्षित बरामद किया गया और दोषियों को पकड़ने में सफलता मिली।