India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग काफी पुरानी है और हाल के लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद जेडीयू ने इसे फिर से उठाया है। इस मुद्दे पर अब राजद भी सक्रिय हो गई है। हाल ही में केंद्र सरकार ने संसद में स्पष्ट कर दिया है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाएगा, जिससे राज्य की राजनीति गर्म हो गई है।
रविवार को केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में जेडीयू ने बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग की थी। जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने बताया कि बैठक में विशेष दर्जे की मांग के साथ-साथ अतिरिक्त फंड की भी अपील की गई। परंतु केंद्र सरकार ने अगले ही दिन इस मांग को ठुकरा दिया, जिससे सियासी माहौल गरमा गया है।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य को आर्थिक सहयोग की जरूरत है और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा वित्त मंत्री से विशेष आर्थिक मदद की अपील की है। उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र सरकार बिहार को आर्थिक रूप से सहयोग करेगी। सम्राट चौधरी ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी की सरकार ने हमेशा बिहार को प्राथमिकता दी है।
कैबिनेट मंत्री जीतन राम मांझी ने भी कहा कि बिहार को विशेष दर्जा मिलना असंभव है, क्योंकि नीति आयोग ने इसे समाप्त कर दिया है। इस स्थिति में बिहार की राजनीति में नई हलचल देखने को मिल रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य के बीच क्या वार्तालाप होती है और क्या निर्णय लिए जाते हैं।
विशेष राज्य का दर्जा न मिलने पर बिहार के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की उम्मीदें अभी भी जीवित हैं, जिससे राज्य की विकास योजनाओं को बढ़ावा मिल सके।