India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: जीतन सहनी मर्डर केस में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बेटे और बिहार के मंत्री संतोष सुमन ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी केवल 36 घंटे के भीतर हो चुकी है, जो प्रदेश में कानून व्यवस्था की मजबूती का प्रमाण है।
संतोष सुमन ने इस मौके पर लालू- राबड़ी शासन पर भी निशाना साधा। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मामले में तेजी से कार्रवाई कर मुख्य आरोपी को पकड़ना सरकार की सक्रियता का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि अपराध को पूरी तरह से समाप्त करना संभव नहीं है, लेकिन जब राज्य में कानून का राज होता है, तब पुलिस तेजी से कार्रवाई करती है। लालू- राबड़ी के शासनकाल में अपराध के बाद पुलिस की प्रतिक्रिया धीमी होती थी और अक्सर सबूत भी मिटा दिए जाते थे। संतोष सुमन का दावा है कि एनडीए का शासन राजद के शासनकाल से बेहतर रहा है, इसी वजह से जनता ने बार- बार एनडीए पर भरोसा जताया है।
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने भी इसी संदर्भ में बयान दिया। उन्होंने कहा कि लालू- राबड़ी शासनकाल में अपराधियों का स्वर्णकाल था और अपराधियों को सत्ता की शह मिलती थी। राजीव रंजन ने कहा कि मुकेश सहनी के पिता के हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करती है।
उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर वे थोड़ा अध्ययन करें तो उन्हें पता चलेगा कि उनके माता- पिता के शासनकाल में अपराध कितना चरम पर था। राजीव रंजन ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 2005 में 3471 हत्याएं और 251 अपहरण की घटनाएं हुई थीं। वहीं, नीतीश कुमार के शासन में अपराध पर लगाम लगी और 2005- 2010 के पहले कार्यकाल के दौरान ही लगभग 50,000 अपराधियों को सजा दी गई।