India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: आरा के प्रखंड प्रमुख के बेट को दिन दहाड़े मौत उतार दिया। परिजनो ने बताया की सुबह अखिलेश किसी काम से घर से निकला पर काफी वक़्त के बाद भी घर वापस नई लौटा जिसके बाद हमे काफी चिंता सताने लगी। फिर सूचना मिली की अखिलेश को गोली मार दी गई है और उसकी मौत हो गई है। परिजनों का मन्ना है की ये हत्या राजनितिक दुश्मनी निकलने के लिए की गई है। अखिलेश को अपराधियों ने कुल 6 गोलियों से चन्नी कर दिया था। मौत की खबर आगकी तरह पुरे इलाके में फ़ैल गई और लोगों तरह तरह की बातें करने लगे। इतनी बेहरहमी से कोई किसी को कैसे मार सकता है। अखिलेश पासवान (22) की माँ इलाके के प्रखंड की प्रमुख है जिनका नाम जयकुमारी देवी है। जयकुमारी से पूछताछ करने के बाद उन्होंने बताया की उनका बीटा अखिलेश लगभग सारा काम उनका संभालता था। अपनी माँ के हर काम में उनका हाथ बटाता था। सुबह किसी काम से निकला और जब देर शाम…
अखिलेश के पिता रमई राम ने कहा है की यह हत्या विपक्ष दलों के लोगों नहीं किया है राजनीतिक दुश्मनी मिटाने के लिए उन्होंने मेरे बेटे को निशाना बनाया। अखिलेश से समझदार बंधु लड़का था जो हमेशा अपनी मां के हर राजनीतिक काम में उनका हाथ बताता था और राजनीति में दिलचस्पी भी रखता था। एक और तरफ देखा जाए तो बिहार में हत्याकांड, हमला, गोलीबारी बढ़ता ही जा रहा है। कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन से कुछ ना कुछ जोक हो रही है जो इन अपराधों पर रोक नहीं लग पा रही है। अखिलेश के माता-पिता को पुलिस में इस बात की तस्वीर नहीं दी है कि वह जल्दी अपराधियों को अपने गिरफ्त में लेंगे और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देंगे। लोगों ने कहा है कि सरकार से अमृतसर के परिवार को कम से कम 20 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए।
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