India News Bihar(इंडिया न्यूज), Chirag Paswan: बिहार में मानसून के साथ ही नदियों पर बने पुलों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है, और इस मुद्दे पर अब केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। चिराग पासवान ने कहा कि यह पुलों के गिरने की घटनाएं स्पष्ट रूप से भ्रष्टाचार का संकेत देती हैं। उनका मानना है कि इन घटनाओं पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए और इसकी पूरी तरह से जांच होनी चाहिए।
चिराग पासवान ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा कि जिस तरह से बिहार में एक के बाद एक पुल गिर रहे हैं, उससे यह स्पष्ट होता है कि गुणवत्ता के साथ समझौता किया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि गुणवत्ता के साथ समझौता हुआ है, तो इसका मतलब है कि कहीं न कहीं भ्रष्टाचार हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलों के गिरने का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है और सुप्रीम कोर्ट में इस पर एक याचिका भी दायर की गई है, जिसमें निर्माणाधीन पुलों की ऑडिट कराए जाने की मांग की गई है। आरक्षण के मुद्दे पर चिराग पासवान ने कहा कि आरक्षण कोई खैरात नहीं है, बल्कि यह संवैधानिक अधिकार है और दुनिया की कोई ताकत इसे खत्म नहीं कर सकती।
उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव की रैली के दौरान उनकी मां के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया था, जिसे लेकर उनके बीच दूरियां बढ़ गईं। उनका कहना है कि बिहार में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए और पुलों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने आरक्षण और नेपोटिज्म जैसे मुद्दों पर भी अपनी स्पष्ट राय रखी।