India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम के ऊपर चल रहे यौन शौषण के मुकदमे के बाद पीड़िता के पिता ने एक और आरोप लगाते हुए बात को सामने रखा है कि जोर जबरदस्ती के साथ 16 नाम पर हस्ताक्षर करवाए गए हैं। इतना मलिक के साथ यौन शोषण के मामले में मनोज राम और बेटे मुकदमा अलग मोड़ ले रहा है। बड़े पिता के पिता ने अपना दुख जताते हुए सबको यह बताया है कि उन्हें इतना डराया धमक जा रहा है कि वह अपने घर से निकल तक नहीं पाते। उन्होंने बताया है कि उनके और उनके परिवार के जान को खतरा है। उनके लिए अपनी बेटी का न्याय मांगना इतना महंगा पड़ गया कि अब उनकी जान पर बात आ गई है। पढ़ना के पता नहीं कहां की न्याय मिलना क्या इतना कठिन है क्या राजनीतिक इतनी बुलंद है की न्याय इसके तले दब जाएगा।
परिंदा के पिता ने बताया कि जिस दिन से मनोज राम के बेटे उज्जवल को गिरफ्तार किया गया है उसी दिन से उन्हें धमकी मिलनी शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि उन्हें जबरदस्ती ले जाकर सेल नाम पर हस्ताक्षर करवाए गए हैं। साथी घर वालों को नुकसान पहुंचाने और मुझे मार देने की धमकी लगातार देते रहते हैं। मुझे इतना डराया जा रहा है कि मैं खोल कर अपनी वकील के साथ ना मिल पा रहा हूं ना केस के बारे में कोई बात कर पा रहा हूं। आगे बढ़ता के पता नहीं बताया कि इसकी शिकायत मैंने पुलिस में भी की थी और पुलिस के सामने आरोपियों ने अपना जुर्म्बी कबूल किया था पर इसके बावजूद कुदरा पुलिस ने कोई भी कम नहीं उठाया।
इस मंदिर पर मनोज नाम से बातचीत करने के बाद उनका रवैया बाद ही विपरीत नजर आया वह बिल्कुल शांत है और उन्होंने कहा की कार्रवाई अदालत में चल रही है और उसका फैसला भी अदालत और जनता करेगी। उनका कहना है कि जो सही होता है उन्हें किसी भी चीज को साबित करने के लिए सबूत की जरूरत नहीं होती। यह सब एक साजिश है जिसके तहत मुझे जेल तब पहुंचा दिया गया है चुनावी लड़ाई के लिए भाजपा किसी भी हद तक गिर सकती है। मनोज राम ने अपने आप के आखिरी में कहा कि मुझे कानून पर पूरा विश्वास है वह सही फैसला करेगी कि कौन दोषी है और कौन नहीं है।
By- Anjali Singh
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