India News (इंडिया न्यूस), Bihar: बिहार का औरंगाबाद से एक खबर सामने आ रही है जिसमें एक मुस्लिम शख्स में एक हिंदू महिला की उसके सबसे बुरे वक्त में उसकी मदद की। इस खबर की चर्चा औरंगाबाद के हर कोने में हो रही है। रविवार को औरंगाबाद के सदर अस्पताल में एक महिला के पति की मृत्यु हो गई और उनका शव अस्पताल में ही पड़ा रहा। महिला के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपने पति का अंतिम संस्कार करवा पाए। पहुंचने पर महिला ने बताया कि उनके पति की अंतिम इच्छा थी कि गया के विष्णुपद मैं कराया जाए पर महिला के पास इतने पैसे नहीं थे कि इसका इंतजाम कर सकती। महिला अपने पति के शाहू के पास बैठकर काफी देर से रो रही थी।
यह बात दर्शन अनुवाद रहमान सल्लू खान को पता लगे तो वह तुरंत अस्पताल पहुंचे और उसे महिला से मदद के लिए पूछा। महिला ने शाहनवाज को सारी बात बताएं और यह भी बताया कि उनके पास इतने पैसे नहीं है कि वह अपने पति की अंतिम इच्छा पूरी कर सके। आगे महिला ने बताया कि उनका कोई बेटा भी नहीं है सिर्फ एक बेटी है जो दिल्ली में रहती है। इतने में ही शाहनवाज ने गया के विष्णु पद में बात करके शमशान घाट में अंतिम संस्कार करने का प्रबंध करवाया और इस तरह से शाहनवाज वाली महिला के सामने मदद का हाथ बढ़ाया। शाहनवाज के इस बर्ताव को लेकर कई लोग इस बात की चर्चा कर रहे है कि ऐसा नजारा बहुत कम देखने को मिलता है जब हिंदू मुस्लिम अपने धर्म को भूल कर एक दूसरे की मदद करते है। शाहनवाज ने एंबुलेंस से शव को विष्णुपद पहुंचवाया और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया करवाई।
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