India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: बिहार के बेगूसराय मैं हुए अपराध का फैसला 11 साल बाद सुनाया गया है। यौन शोषण का आरोपी आखिरकार हीरासत में लिया गया। धारा 376, 511, 313, 201 और 34 के तहत आरोपी पर मामले दर्ज कीए गए है। 11 साल पहले आरोपी ने एक दिव्यांग के साथ दुश्मन को अंजाम दिया था जिसके बाद पड़ता गर्भवती हो गई। पीड़िता आरोपी के घर में काम करती थी। आरोपी ने जबरन पड़ता का गर्भपात कराने की भी कोशिश की पर पुलिस की मदद से इसे रोक दिया गया। पीड़िता ने बेटे को जन्म दिया। 11 साल बाद इसकी इसकी आखिरी सुनवाई में इस घटना में आरोपी से हए अपराध को सच साबित कर दिया गया और आरोपी को गिरफ्तार करने का आदेश पुराना जारी किया गया। आपको बता दे की 9 साल तक या केस पेंडिंग पड़ा था।
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कोर्ट ने अपराधी और बच्चे का DNA टेस्ट करवाने का आदेश भी जारी किया है। इस फैसले से काफी कुछ इस अपराध के मुद्दे पर साफ हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक 2022 में आरोपी पर चार्ट शीट फाइल की गई थी पर उसके बाद ही इस केस में एक नया मोड आया था जिस वजह से आरोपी की सजा नहीं मिल सकी। पक्के सबूत के पेश नहीं होने के कारण ये कैसे सालों तक पेंडिंग रहा। इसके बाद कोर्ट द्वारा वेलेबल वारंट भी जारी की गई। बुधवार की रात आरोपी को जेल भेज दिया गया। 11 साल बाद पिता के बेटे को उसके बाप की पहचान पता चली। इतने सालों तक पीड़िता पर दबाव बनाने के बाद आखिरकार अपराधी हिरासत में है और जल्द ही DNA टेस्ट करवाया जाएगा
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