India News Bihar( इंडिया न्यूज ), Diarrhea Prevention Campaign: बिहार में दस्त की रोकथाम के लिए विशेष अभियान-2024 की शुरुआत 23 जुलाई से 22 सितंबर तक की जाएगी। यह घोषणा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों में डायरिया के प्रसार को कम करना और शिशु मृत्यु दर को शून्य पर लाना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा। अभियान के दौरान पांच वर्ष तक के बच्चों के बीच निःशुल्क ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट) के शैशे और दस्त से ग्रसित बच्चों के उपचार के लिए जिंक टेबलेट वितरित की जाएगी।
डायरिया से होने वाली मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होती है। इस अभियान में ओआरएस और जिंक के उपयोग से डायरिया से होने वाली मृत्यु को टाला जा सकता है। दस्त बंद होने के बाद भी जिंक की खुराक को दो हफ्ते तक जारी रखने का निर्देश दिया गया है, ताकि बच्चों का स्वास्थ्य पूर्ण रूप से सुधर सके। इसके अलावा, सरकारी अस्पतालों में दस्त के उपचार में प्रयोग होने वाली आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
अभियान की विशेष निगरानी उच्च प्राथमिकता वाले प्रखंडों, सुदूर क्षेत्रों, स्लम इलाकों, बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों और अन्य ऐसे इलाकों में की जाएगी, जहां दस्त का प्रकोप अधिक होता है। इस अभियान की सफलता के लिए राज्य सरकार ने व्यापक तैयारी की है और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर अभियान की निगरानी सुनिश्चित की है।