India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: The National Commission for Protection of Child Rights (NCPCR) का बड़ा खुलासा सामने आया है जिसमें बच्चों कि पढ़ाई के नाम पर तस्करी की जा रही। बच्चों से मजदूरी के साथ साथ उनसे कई जगह भीख भी मंगवाया जा रहा है। इस मुद्दे के सामने आते ही सरकार ने पूरे देश में अलर्ट जारी करवा दी है। खुलासे में यह सामने आया है कि बिहार में पढ़ाई के नाम पे बच्चों को बेचा जाता है फिर उन्हें मजबूर कर उनसे मजदूरी कराई जाती है। 26 अप्रेल को पूर्णिया, अररिया से लगभग 95 बच्चों को बचाया गया था। इन अपराधों में स्कूल भी शामिल होते है जो बच्चों की पढ़ाई का झूठा वादा करवा के उन्हें आगे भेज देते हैं। NCPCR ने सभी एजेंसियों को 15 दिन के अंदर रिपोर्ट भेजने को कहा है।
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बच्चों को यह कहा जाता है कि उन्हें शिक्षा के साथ भोजन और रहने की व्यवस्था भी दी जाएगी। ऐसे झांसों में बच्चे और घरवाले तुरंत आ जाते है। और बच्चों को भेज देते है यह सोच कर कि उनकी शिक्षा का सावला हैं। आगे चल के बच्चों से मजदूरी करवाई जाती है। मदरसे में उनसे ईंट उठवाई जाती है। भोजन के नाम पर एक दो सुखी रोटी दी जाती है। विरोध करने पर उन्हें प्रताड़ित तक किया जाता है। NCPCR ने कई बच्चों को बिहार के अलग अलग जिलों से बचाया और सभी की काउंसलिंग करवाने की तैयारी की। बच्चों के परिजनों को भी सूचना दी गई और बच्चों को उनके परिजनों के पास सौंप दिया गया। NCPCR के साथ पुलिस की भी टीम का गठन किया गया है और इस मामले की जांच पड़ताल आगे भी अभी जारी रखी जाएगी।
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