India News Bihar (इंडिया न्यूज), Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने शुक्रवार को पटना में एक दुकान पर शॉपिंग के दौरान मीडिया के सवालों का जवाब दिया। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे राजनीति में आ सकते हैं, तो निशांत ने स्पष्ट किया कि उनका रुझान आध्यात्म की ओर है और वे इस दिशा में ही आगे बढ़ना चाहते हैं।
निशांत ने कहा कि वह हरे रामा-हरे कृष्णा का जाप करते हैं और इसके लिए बेहतर साउंड क्वालिटी वाले स्पीकर की जरूरत महसूस कर रहे हैं, इसलिए वह दुकान पर आए हैं। निशांत का यह बयान इस बात को दर्शाता है कि वे राजनीति के बजाय आध्यात्मिक जीवन को प्राथमिकता देते हैं।
यह पहली बार नहीं है जब निशांत ने राजनीति में आने की संभावना को खारिज किया है। कुछ साल पहले भी उन्होंने इसी तरह के बयान दिए थे और स्पष्ट किया था कि वे कभी अपने पिता की तरह राजनीति में नहीं आएंगे। निशांत कुमार अपने जीवन को अध्यात्म और व्यक्तिगत विकास की दिशा में समर्पित करने का इरादा रखते हैं।
नीतीश कुमार के परिवार के अन्य सदस्य भी सार्वजनिक जीवन से दूर रहते हैं। निशांत कुमार, जो बीआईटी मेसरा से इंजीनियर हैं, राजनीति और सामाजिक मीडिया दोनों से दूर हैं। उनके परिवार की पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत जीवन भी राजनीति से जुड़ा नहीं है।
नीतीश कुमार का परिवार, खासकर उनका बेटा निशांत, अपने पिता की छाया से बाहर रहकर अपना जीवन शांतिपूर्वक और अध्यात्मिक मार्ग पर चलाना पसंद करता है। यह स्थिति नीतीश कुमार के व्यक्तिगत और परिवारिक जीवन की एक और जटिलता को उजागर करती है, जो राजनीति और सार्वजनिक जीवन से कटे हुए हैं।