India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Patna AIIMS: बीते शुक्रवार (9 अगस्त) को जो महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुआ, वो बहुत ज्यादा दुखद और हैवानियत भरा मंजर था। इस हादसे का असर पुरे भारत पर पड़ा है। हर ओर इंसाफ की मांग है।
जबसे महिला ट्रेनी डॉक्टर की लाश मिली है उसके बाद ही जिडेंट डॉक्टर्स का प्रदर्शन लगातार जारी है। इस मामले का असर पटना में भी देखने को मिल रहा है। पटना एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने बुधवार (14 अगस्त) को प्रदर्शन किया। डॉक्टरों ने मिलकर विरोध मार्च निकाला, इसी प्रदर्शन के दौरान अपनी मांग को आगे रखा।
रेजिडेंट डॉक्टर्स की ओर से ओपीडी सेवा की उपलब्धि नहीं कराई जा रही है। महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ जो हुआ इस मामले पर पटना एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि सीपीए (CPA) लागू हो। डॉक्टरों को सुरक्षा मिले। मृतक छात्रा के परिवार को मुआवजा मिले। घटना के बाद से हम लोग बहुत डरे हुए हैं।
प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि बिहार सरकार और केंद्र सरकार तुरंत फैसला ले। ओपीडी में दिखाने आ रहे मरीजों को दिक्कत हो रही है हम समझ रहे हैं, लेकिन हमारे बारे में भी विचार किया जाए। हमारी मांग नहीं मानी गई तो इमरजेंसी सेवा पर रोक लगाई जाएगी।
उधर ओपीडी सेवा पुरे तरीके से बंद है जिसके कारण मरीज और उनके साथ आए परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीज के साथ आए परिजनों का कहना है अगर इलाज नहीं होगा तो अब हम लोग प्रदर्शन करेंगे। ओपीडी सेवा बंद रहने से दिक्कत हो रही है। जान का खतरा है। जो घटना हुई है उसमें आरोपी पकड़ा गया।
CBI जांच शुरू हो गई है फिर क्यों डॉक्टर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं? बहुत दिन के बाद OPD दिखाने के लिए हम लोगों का नंबर आया था। हालांकि डॉक्टर्स ससमझने को तैयार नहीं हैं। समझा रहे हैं कि ओपीडी सेवा बंद है।