India News Bihar (इंडिया न्यूज), Pirpainti Thermal Plant: भागलपुर जिले के पीरपैंती में 21,400 करोड़ रुपये की लागत से 2400 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना के लिए 1020.60 एकड़ जमीन का अधिग्रहण पहले ही हो चुका है। एनएचपीसी और जेबी द्वारा संयुक्त रूप से इस थर्मल पावर प्लांट का निर्माण किया जाएगा, जिसमें दोनों की हिस्सेदारी आधी-आधी होगी। यह पावर प्लांट चार चरणों में बनेगा और इसके पूरा होने पर पीरपैंती और आसपास के इलाकों में बिजली की कमी नहीं रहेगी।
पीरपैंती थर्मल पावर प्लांट की स्थापना कोल इंडिया के सहयोग से की जाएगी। इस परियोजना के पूरा होते ही बिहार में बिजली की उपलब्धता में काफी वृद्धि होगी, जिससे न केवल पीरपैंती बल्कि पूरे भागलपुर जिले को लाभ मिलेगा। पीरपैंती और उसके आस-पास के क्षेत्र, विशेषकर राजमहल, कोयले के भंडार के लिए प्रसिद्ध हैं, और इस थर्मल पावर प्लांट में इन संसाधनों का उपयोग किया जाएगा।
इस पावर प्लांट के निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और पीरपैंती प्रखंड का तेजी से विकास होगा। थर्मल पावर प्लांट के आसपास की जमीन पर कॉलोनियां बसेंगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहन मिलेगा। झारखंड के साहेबगंज और राजमहल के क्षेत्रों को भी इस परियोजना से लाभ होगा।
2008 में पीरपैंती में 2400 मेगावाट कोयला आधारित बिजली संयंत्र की घोषणा की गई थी। इस परियोजना के लिए सुंदरपुर, टुंडवा-मुंडवा, रायपुरा, श्रीमतपुर और हरिणकोल जैसे पांच गांवों से 918 से अधिक किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया था। राज्य सरकार ने तब बक्सर के चौसा, लखीसराय के कजरा और भागलपुर के पीरपैंती में 660 मेगावाट की दो-दो यूनिट बनाने की योजना बनाई थी।
हालांकि, तकनीकी कारणों से कजरा और पीरपैंती में सोलर बिजली संयंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। कजरा में 150 मेगावाट सोलर बिजली प्लांट पर काम शुरू हो गया, लेकिन पीरपैंती में हरा-भरा क्षेत्र अधिक होने के कारण केवल 50 मेगावाट सोलर बिजली उत्पादन की संभावना थी। इस कारण, अब वहां थर्मल पावर प्लांट की स्थापना की जाएगी।