India News Bihar (इंडिया न्यूज), Reservation Quota: सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में वर्गीकरण को मंजूरी देते हुए अपने पुराने फैसले को पलट दिया है, जिससे राजनीतिक दलों के बीच घमासान मच गया है। इस फैसले के बाद एनडीए और भाजपा के नेताओं ने राजद के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी यादव को निशाना बनाते हुए कहा कि लालू परिवार जब सत्ता में था, तब उन्हें आरक्षण की याद नहीं आई। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद आरक्षण के नाम पर जातियों को बांटने का काम कर रहा था और सत्ता में रहते हुए किसी को आरक्षण नहीं दिलवाया।
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी राजद नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें आरक्षण पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा हमेशा आरक्षण के समर्थन में रही है और आज भी है। सम्राट चौधरी ने सवाल किया कि राजद और कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए किसी को आरक्षण क्यों नहीं दिया, और अब जब उनकी पार्टी सत्ता में नहीं है, तब ये लोग आरक्षण के मुद्दे पर बयानबाजी कर रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की आलोचना करते हुए कहा कि वे विधानसभा सत्र के दौरान विदेश में थे और अब पटना आकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को जनता की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए और भागने से काम नहीं चलेगा।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने भी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का समर्थन नहीं किया और इसे एससी-एसटी वर्ग के लिए भेदभावपूर्ण बताया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से फैसले पर पुनर्विचार की अपील की है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने भी राजद पर हमला किया और कहा कि तेजस्वी यादव आरक्षण के मुद्दे पर सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजद ने परिवारवाद को बढ़ावा देने के अलावा सामाजिक न्याय के नाम पर कुछ नहीं किया है।