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लालू का ‘खास’, आखिर कौन है सुभाष यादव जो चढ़ा ED के हत्थे, जानिए उसके बारे में

• LAST UPDATED : March 10, 2024

India News Bihar (इंडिया न्यूज़),, Who is Subhash Yadav: कल यानि 9 मार्च दिन शनिवार को ED ने Rashtriya Janata Dal (RJD) नेता के घर छापेमारी की। जिसके बाद आज शुरू सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद Rashtriya Janata Dal (RJD) मुखिया और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव को बड़ा झटका लगा है।

कौन है सुभाष यादव

ईडी ने अवैध रेत खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुभाष यादव को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में सुभाष यादव और उनके सहयोगियों के आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की, जिसके बाद उनके ठिकानों से 2।3 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। रविवार सुबह कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

जिस सुभाष यादव को ईडी ने गिरफ्तार किया है, वह लालू यादव के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं और पार्टी में उनका काफी रुतबा भी है। सुभाष यादव राजद के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं और अब उनकी पत्नी भी राजद से विधायक हैं। सुभाष यादव ने पिछला लोकसभा चुनाव झारखंड के चतरा से भी लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गये थे।

अवैध कमाई का निवेश इस कंपनी में लगाया

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग मामले में लंबी पूछताछ के बाद रविवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। रेत खनन रैकेट के “प्रमुख सिंडिकेट सदस्य” होने के आरोपी यादव को सोमवार को पटना में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के खिलाफ बिहार पुलिस द्वारा दर्ज की गई 20 से अधिक एफआईआर से मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है।

बेटे कन्हैया प्रसाद भी गिरफ्तार

पिछले साल, ईडी ने मामले में बिहार एमएलसी और जेडीयू नेता राधा चरण साह, उनके बेटे कन्हैया प्रसाद और ब्रॉडसन कमोडिटीज के निदेशक मिथिलेश कुमार सिंह, बबन सिंह और सुरेंद्र कुमार जिंदल को गिरफ्तार किया था और वे न्यायिक हिरासत के तहत जेल में हैं।

ईडी के अनुसार, कथित रेत व्यापार एक सिंडिकेट द्वारा नियंत्रित है, जिसने सुभाष यादव की कंपनी में पैसा निवेश किया था और सिंडिकेट अवैध रूप से रेत बेचकर मुनाफा कमाता था, जो आपराधिक आय के बराबर है। ईडी ने दावा किया है कि इस मामले में आय 161 करोड़ रुपये थी।

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