India News (इंडिया न्यूज़), Bihar: बिहार कैसे बोलता है एक दर्दनाक खबर सामने आ रही है जिसमें एक 32 वर्षीय युवक की मौत ट्रेन के नीचे आने से हो गई। वही दूसरी तरफ मृतक के परिजनों का मनाना है कि युवक की मौत एक हत्या है। घटना लहाबन रेलवे रेलवे फाटक संख्या स्पेशल 33 के पास शुक्रवार की सुबह-सुबह हुआ। घटना के होते ही वहां काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। पर मृतक की पहचान कल्याणपुर के रहने वाले स्वर्गीय कारू यादव के बेटे पवन यादव के रूप में हुआ है। पवन यादव की मौत की खबर पूरे गांव में आज की तरह फैल गई है। घटना की सूचना मिलते ही सात अलग-अलग ग्रामीण के लोग घटनास्थल पर पहुंचे। जिनमे खोनाडाबर, कल्याणपुर आदि गांव शामिल है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, मृतक की पत्नी जो कविता देवी के नाम से जानी गई है बताया जा रहा है कि वह बोल नहीं सकती है। पवन यादव की 12 वर्षीय एवं 9 वर्षीय बेटी और एक बेटा भी है। जिनका नाम ज्योति और सोनी है। बच्चों को भी जब अपने पिता के मरने की खबर आई तो वह रो-रो कर बेहाल हो गई। ग्रामीण के लोगों ने मृतक के परिवार को काफी संभालने की कोशिश की। पवन यादव अपने पीछे अपने परिवार को अकेले छोड़ कर चला गया। बेटे रंजन कुमार को इस बारे में कोई खबर अभी नहीं दी गई है।
इस घटना पर आसनसोल के रेल मंडल ने मानवता के नहीं रहने की बात छेड़ी है और साथ यह भी कहा है कि अब इस युग में मानवता का कोई वजूद नहीं रह गया है। पटरियों के बीच शव के पड़े रहने के बाद भी us पर रेल गाड़ियां दौड़ती रही। शव को देखने के लिए भीड़ जमा हुई पर फिर भी गाड़ियां दौड़ती रही, कहा रह गई है मानवता अब लोगों में। सभी सात ग्रामीणों के लोग काफ़ी क्रोधित है, उनका रेल प्रशासन से विरोध है की शव को ट्रक पर शव लाया जा सकता था फिर गाड़ियां चलती पर ये कदम किसी ने नहीं उठाया।
मृतक पवन यादव की दोनों बेटियों का मानना यह है कि उनके पिता की दुर्घटना में जान नहीं गई है बल्कि उनकी हत्या की गई है दोनों बच्चियों का बयान लेने के बाद यह बात सामने आई है कि घर बनाने को लेकर उनके पिता पवन यादव और उनके बड़े भाई विनोद यादव के बीच काफी वाद विवाद चल रहा था। बच्चों ने यह भी बताया है कि पवन कुमार की हत्या उनके बड़े पापा और बड़ी मम्मी ने मिलकर की है क्योंकि पवन कुमार की। मौत के 1 दिन पहले उनके बड़े पापा और उनकी बड़ी मम्मी उनके पिताजी पवन यादव के साथ मारपीट करने आए थे। और इसी मुद्दे को लेकर अगले दिन यानी जिस दिन पवन यादव की मौत हुई सरपंचों की पंचायत होने वाली थी। दोनों बच्चियों ने अपना दृढ़ बयान दिया है कि उनके पिता आत्महत्या नहीं कर सकते बल्कि उन्हें जानबूझकर मारा गया है और साथ ही कहा की हमारी मां बोल नहीं सकती इसलिए हमें कमजोर साबित किया जा रहा है। इस मामले में सिमुलतला थाना अध्यक्ष धनंजय कुमार ने कहा है कि पुलिस की टीम जांच पर डाल में लगी हुई है।
By- Anjali Singh
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