India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Eligibility Test: बिहार सरकार ने राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए एक नई परीक्षा प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस संदर्भ में बताया कि अब सहायक प्राध्यापकों की भर्ती के लिए बिहार पात्रता परीक्षा (Bihar Eligibility Test) आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) के समान होगी, और इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थी राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक पद के लिए योग्य माने जाएंगे।
इस निर्णय के तहत शिक्षा मंत्री ने उच्च शिक्षा निदेशक को निर्देश दिया कि बिहार पात्रता परीक्षा का पाठ्यक्रम जल्दी से तैयार किया जाए। साथ ही, विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन परीक्षा की व्यवस्था को लागू करने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, राज्य के विश्वविद्यालयों में चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम शुरू करने पर भी सहमति दी गई है।
मंत्री ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालयों में बैंक खातों की संख्या को कम करने की आवश्यकता है और किसी भी राशि को छह महीने से अधिक समय तक खाते में रखे जाने पर उसे वापस करने की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना को पटना विश्वविद्यालय के मॉडल के आधार पर लागू किया जाएगा, जिसके लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की जाएगी।
दो विश्वविद्यालयों, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और पटना विश्वविद्यालय को पीएम ऊषा योजना के तहत कई करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। मुंगेर विश्वविद्यालय के लिए जमीन की अनुपलब्धता के मुद्दे को भी प्राथमिकता दी जाएगी और विश्वविद्यालय को जल्द ही भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, मुंगेर विश्वविद्यालय में स्कूलों की जगह विभागीय संकाय खोले जाएंगे, जिससे संबंधित पदों का सृजन भी किया जाएगा।