India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Patna Waterlogging: रविवार को पटना में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में गंभीर जलभराव हो गया, जिससे बिहार विधानसभा परिसर, कई मंत्रियों के बंगले और शहर के अस्पताल प्रभावित हो गए।
पटना में 41.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे स्ट्रैंड रोड, राजबंसी नगर, बोरिंग रोड, बेली रोड और पाटलिपुत्र कॉलोनी जैसे पॉश और निचले इलाकों में पानी भर गया। इस जलभराव के कारण यातायात भी बाधित हुआ, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्थिति का जायजा लिया और शहर के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने जलमग्न इलाकों में त्वरित उपायों के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। एक आधिकारिक बुलेटिन के अनुसार, हाल की बारिश के कारण गंडक, कोसी, गंगा, बूढ़ी गंडक, महानंदा और कमला नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पटना, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बगहा, पूर्णिया, सुपौल, दरभंगा, खगड़िया और झंझारपुर में कुछ स्थानों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
शहरी विकास और आवास मंत्री नितिन नवीन ने भी जलभराव की स्थिति पर चिंता जताते हुए एक आपात बैठक बुलाई। मंत्री ने बारिश के दौरान तैयारियों की कमी और प्रतिक्रिया प्रणाली में देरी को लेकर नाखुशी व्यक्त की। उन्होंने आदेश दिया कि छुट्टी पर गए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत ड्यूटी पर लौटना चाहिए और 30 सितंबर तक कोई छुट्टी मंजूर नहीं की जाएगी।
बिहार सरकार ने सभी जिला प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है, क्योंकि लगातार बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है।